देव देवेश्वर धाम
वायु पुराण में “देव देवेश्वर धाम” की महिमा और वर्णन वर्णित है। देव देवेश्वर धाम भगवान शिव का एक सुंदर और अद्भुत मंदिर है। यह गोमती नदी तट के निकट है। मंदिर के प्रांगण का हरा-भरा वातावरण और यज्ञ शाला में मंत्रोच्चार एक अद्वितीय आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण करते हैं। कहा जाता है कि क्वार कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन स्नान और पूजा करने से सभी पाप दूर हो जाते हैं। यहां स्थित देवदेवेश्वर की पूजा करने वाले को मृत्यु के बाद दुख नहीं होता।
भगवान शिव का यह सिद्धपीठ दुनिया का एकमात्र ऐसा धाम है जहां भगवान भोलेनाथ अकेले निवास करते हैं। यहां न तो महादेव के साथ दाता पार्वती विराजमान हैं और न ही हर मंदिर की तरह यहां भगवान नंदी विराजमान हैं।
“देव देवेश्वर धाम” के इस मंदिर क्षेत्र को “शिव लोक” के नाम से भी जाना जाता है। यहां स्थित शिवलिंग तीन रंगों का स्वयंभू शिवलिंग है। शिवलिंग का कुछ भाग लाल, कुछ काला और कुछ सफेद है।